Ticker

6/recent/ticker-posts

श्री किन्डरगार्टन एजुकेशन अकादमी थाती बूढाकेदार (बुनियादी शिक्षा पर आधारित एक शैक्षणिक संस्थान)

श्री किन्डर गार्टन एजुकेशन अकादमी थाती बूढाकेदार में स्थित बुनियादी शिक्षा पर जोर देने के लिए प्रसिद्ध प्री-अकादमी है, जो 5 साल से कम उम्र के बच्चों को स्कूल से पहले पूर्ण प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से स्थापित की गयी है, साथ में बुनियादी शिक्षा पर बल देने के उद्देश्य से कक्षा 1 से 12वीं तक के बच्चों को ट्यूशन भी उपलब्ध करवाती है, 

स्थापना
श्री किन्डरगार्टन एजुकेशन अकादमी की स्थापना 1 जनवरी 2018 को सागर सुनार व उनकी धर्मपत्नी मीनाक्षी सुनार द्वारा की गयी थी, जिसका प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण स्तर के बच्चों को शहरी शिक्षा की मूल धारा से जोडने के लिए बुनियादी शिक्षा देना है, 

स्थापना का उद्देश्य
2015-17 में बीएड के प्रशिक्षण में इंटरशिप के लिए सागर सुनार ने अपने ही गॉव के विद्यालय उच्च प्राथमिक विद्यालय थाती में ट्रेनिंग की इच्छा जाहिर की और यहीं से 4 माह की इंटरशिप की, इस दौरान गॉव की शिक्षा और बच्चों को शिक्षा के प्रति कम रुचि लेते देखा, तब 2017 में बीएड प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सागर सुनार के पास आगे कहीं प्राइवेट स्कूलों में नौकरी करने का विकल्प था, लेकिन नौकरी करने की बजाय सागर नें अपने गॉव में बच्चों को शहरों की भांति गुणवत्ता वाली शिक्षा देने का मन बनाया और शहरों के जीवन को छोड कर 2017 में गॉव आकर यहां की शिक्षा पर सोच विचार करने लगे
चाइल्ड साइक्लॉजी की पढायी के बाद सागर ने अपने 3 साल के बेटे समरथ पर प्रयोग किया, जिसका अच्छा परिणाम निकलने लगा, समरथ को देख गॉव के श्री अमर नाथ जी ने अपने पोते को ऐसे ही ट्रेंड करने की इच्छा जाहिर की तो उनके साथ श्री जगदीश राणा के बेटे व नाथ जी के पोते ने घर पर आना शुरू किया, देखते-देखते बच्चों की संख्या घर पर बढने लगी, जिसके बाद सागर सुनार ने बेहतर व बुनियादी शिक्षा पे काम करने का व्यवस्थित रूप से मन बना लिया,
इसी सोच के साथ गॉव में सन् 2018 में श्री किन्डर गार्टन एजुकेशन अकादमी की नींव डाली और एक व्यवस्थित रूप से प्री-अकादमी का संचालन करना प्रारंभ हुआ। 

किन्डरगार्टन अकादमी नाम का चयन
जर्मनी शिक्षाशास्त्री फैड्रिक फ्रॉबेल महोदय ने बच्चों की शिक्षा के लिए किन्डरगार्टन की सकल्पना दी, जिसमें उन्होने बताया कि बच्चे एक बागीचे के नन्हे पौधों के समान होते है बच्चों को खेल खेल में पढाया जाय व व्यवहारिक ज्ञान देना चाहिए 
इसी सिद्धान्त का अनुसरण कर हमने भी बच्चों को किन्डरगार्टन सकल्पना की पद्धति से पढाने के लिए सोचा, जिसका परिणाम हमें अच्छा मिलना प्रारंभ हुआ और हमने इसी संकल्पना को आधार बनाकर श्री किन्डरगार्टन एजुकेशन अकादमी नाम से अपनी शैक्षणिक संस्था को खोलने का मन बनाया
अकादमी का प्रबन्धन
श्री किन्डरगार्टन एजुकेशन अकादमी थाती बूढाकेदार में एक व्यवस्थित अकादमी है, अकादमी का प्रबन्धन सागर सुनार की धर्मपत्नी श्रीमती मीनाक्षी सुनार संभालती है, 
फैक्लटी:- श्री किन्डरगार्टन अकादमी में 2 शिक्षिका कार्यरत है, गॉव में रोजगार की शुरूआत में गॉव के ही लोगों को प्राथमिकता दी जाती है, जिसमें से एक मैम अन्डर ग्रेजुएट की छात्रा है, जबकि मीनाक्षी सुनार हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से बीकॉम और गढवाल विश्वविद्यालय से बीए  कर रही हैं
श्री किन्डर गार्टन एजुकेशन अकादमी में कोचिंग 
प्री-अकादमी मे बल देने के बाद यह अनुभव किया गया कि गॉव में 1 से 12वीं तक के बच्चों की बुनियादी शिक्षा भी कमजोर है जिसके लिए श्री किन्डरगार्टन अकादमी में बच्चों को प्राथमिक ज्ञान व विषयवार हेतु कोचिंग भी दी जाती हैं, जहां 70 से अधिक बच्चे वर्तमान में पढ रहे है 
साथ ही स्नातक व परास्नातक के कला वर्ग के विद्यार्थियों को भी सभी विषयों की कोचिंग दी जाती है जिनमें से भूगोल, अंग्रेजी, व अर्थशास्त्र के छात्र व्यवस्थित रूप से पढ रहे है

श्री किन्डरगार्टन अकादमी समाज के प्रति समर्पित 
सन् 2018 मे अकादमी द्वारा 2 बच्चों से शुरूआत हुयी थी, लेकिन वर्तमान में 150 नामांकन पूर्ण हो चुके है, अकादमी "समाज के प्रति भी सदैव अग्रसर" रहती है, बच्चों को बुनियादी शिक्षा के बाद किताबी शिक्षा पर बल दिया जाता है और व्यवहारिक शिक्षा के लिए अकादमी सामाजिक कार्य हमेशा से ही करती आयी है। 
निशुल्क एजुकेशन:- अकादमी के प्रबन्धन में 25% नामांकन को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। 
अकादमी में विशेषकर बेटियों की शिक्षा निशुल्क दी जाती है, जिसमें एक ही परिवार में अधिक जन्मी पुत्रियों को निशुल्क पढाया जाता है। 
इसके साथ ही जिन बच्चों के माता-पिता यदि गुजर गयें हों वैसे बच्चों को भी अकादमी निशुल्क पढाती हैं। 
साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को भी अकादमी निशुल्क पढा रही है। 
(जो बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर, जिनके पिता नही है, और विशेषकर जिन परिवारों में अधिक बेटियां है उनकी बेटियों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है)

सार्वजनिक सफाई कार्यक्रम:- पिछले वर्ष से अकादमी सभी बच्चों के सामाजिक करण हेतु सार्वजनिक स्थलों पर सफाई कार्यक्रम का आयोजन करती आ रही है जिसमें बच्चों को समाज के प्रति जिम्मेदारियों का निर्वाहन करना व समाज के एक निष्ठावान व्यक्ति का पाठ पढाया जाता है

हरेला पर्व पर वृक्षा रोपण:- गत 3 सालों में अकादमी नें प्रत्येक साल हरेला के उपलक्ष में वृक्षारोपण, फुलवारी आदि कार्यक्रमों में भी बढ-चढ कर भाग लिया, अकादमी द्वारा बच्चों को प्रकृति का महत्व व अवश्यकता जैसे व्यवहारिक ज्ञान के लिए बच्चों को उत्साहित करने हेतु वृक्षारोपण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं

मंगसीर माह की ठंड में स्माइलिंग किड कार्यक्रम:- विगत 3 सालों से अकादमी ने देखा कि क्षेत्र के कुछ बच्चें मंगसीर की बग्वाल की उत्साह के माह में व कंपकंपाती ठंड में गर्म कपडें नही खरीद सकते, इस दयनियता को महसूस कर अकादमी बच्चों को गर्म कपडे टोपी जूते जुराफ आदि बटवाकर बच्चों के मुंह में मुसकान को बनाये रखने के लिए स्माइलिंग किड कार्यक्रम को आयोजित करती आ रही है

कोरोना महामारी के समय राशन वितरण:- वर्तमान में वैश्विक महामारी के समय अकादमी ने सामाजिक सेवा के रूप में 2 कुन्तल चावल 2कुन्तल आटा 50 ली. तेल 30 किग्रा दाल मसाले आदि की राशन किट बनाकर सम्पूर्ण बूढाकेदार क्षेत्र (थाती भौन्दी बुढार घनाली कंडरी बिशन कोट और तोली) में वितरित कर समाज के प्रति अपनी सेवा भावना को बच्चों के सम्मुख रखा। 

आधारकार्ड शिविर का आयोजन:- अकादमी द्वारा जनता की सेवा के लिए इस वर्ष आधारकार्ड शिविर का आयोजन किया गया जिसका लाभ बूढाकेदार क्षेत्र की जनता (थाती रक्षिया आगर निवालगॉव बिशन कोट तोली तितरूणा अगुंडा कोटी पिंस्वाड मेड मरवाडी) ने लिया
बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु कार्यक्रम
श्री किन्डरगार्टन एजुकेशन अकादमी थाती शैक्षिणिक गतिविधियों के साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु नये-नये क्रियाकलाप करवाते रहते है, जिसमें शनिवार क्रियाकलाप महत्वपूर्ण हैं, बच्चों को डीजिटल क्लास, राइमिंग क्लास, कहानी, व व्यवहारिक ज्ञान दिया जाता है

निदेशक:- 
सागर सुनार 
बी.ए, एम.ए (भूगोल)
बीएड (यूटेट क्लालिफाइड)
दिल्ली से भूगोल विषय में अनुभव प्राप्त

Post a Comment

0 Comments